Chandigarh: सबसे महंगा बिका पलसौरा का ठेका, करीब 11.65 करोड़ में नीलाम, महंगी शराब होने के चलते व्यापारी नुकसान झेलने को तैयार नहीं
- By Vinod --
- Wednesday, 15 Mar, 2023
Most expensive Palsaura contract sold
Most expensive Palsaura contract sold- चंडीगढ़ (साजन शर्मा) शहर के 96 ठेकों की बुधवार को सेक्टर 24 के होटल पार्क व्यू में नीलामी हुई जिसमें से महज 42 ही बिक पाये। नीलामी में पलसौरा का ठेका सबसे महंगा बिका है। कलेर वाइंस के दर्शन सिंह कलेर इसके खरीददार रहे हैं जिन्होंने 11 करोड़ 65 लाख 21 हजार 325 करोड़ रुपये में इसे खरीदा। धनास का ठेका बीते सालों की बोली में सबसे ज्यादा रेट पर बिकता रहा है। इस बार पलसौरा के ठेके ने बाजी मार ली।
धनास के ठेके का नीलामी के दौरान नहीं बिका क्योंकि इसके चंद कदम की दूरी पर ही पंजाब के तोगां बैरियर पर ठेका मौजूद है। पंजाब में वैट और एक्साइज ड्यूटी के न होने की वजह से पंजाब की सीमा के साथ लगते ठेके नहीं बिक पा रहे हैं। ठेके कम नीलाम होने के पीछे की वजह भी यही बताई जा रही है। इसकी वजह से चंडीगढ़ के ठेकेदारों को शराब की परचेज महंगी पड़ती है, यह कहना है शहर में छह ठेके नीलामी में लेने वाले दर्शन सिंह कलेर का।
दर्शन सिंह कलेर ने ही पलसौरा का सबसे महंगा ठेका खरीदा है। उन्होंने कहा कि कुल 96 में से 42 ठेकों की नीलामी हो पाई है। इसके पीछे वजह पंजाब में एक्साइज ड्यूटी व वैट न होना ही है। शहर के व्यापारियों को चूंकि नुकसान झेलना पड़ता है लिहाजा वह नीलामी प्रक्रिया में नहीं उतरे। बीते साल शराब व्यापारियों ने ठेकों की चाबियां भी प्रशासन को सौंपी थी लेकिन बावजूद इसके उनकी समस्याओं का हल प्रशासन की तरफ से नहीं निकाला गया। पंजाब के मुकाबले में चंडीगढ़ की एक्साइज पालिसी को भी कुछ छूट देने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि धनास का ठेका सबसे महंगा बिकता रहा है लेकिन इस बार नीलामी नहीं हुई क्योंकि तोगां बैरियर का ठेका चंद कदम की दूरी पर है। अगर चंडीगढ़ रिजर्व प्राइस कम करेगा तो यह बिकेंगे। अगर शराब के एक रेट होंगे तभी कंपीटीशन हो पायेगा। उन्होंने कहा कि बोली की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी रही। पलसौरा का ठेका महंगा जरूर बिका है लेकिन अभी भी यह ठीकठाक चलेगा।
43 ठेकों का रिजर्व प्राइस था 202.35 करोड़, हासिल हुए 221.59 करोड़
एक्साइज एवं टैक्सेशन डिपार्टमेंट को 43 ठेकों की नीलामी के लिए इलेक्ट्रोनिकली कुल 62 टैंडर मिले। इन 43 ठेकों का रिजर्व प्राइस 202.35 करोड़ रुपये रखा गया। विभाग ने लाइसेंस फीस के तौर पर कुल 221.59 करोड़ रुपये ज्यादा कमाये। यानि रिजर्व प्राइस से यह 9.5 प्रतिशत ज्यादा राशि रही। 2.17 करोड़ रुपये की नॉन रिफंडेबल पार्टिसिपेशन फीस कलेक्ट की गई। पलसौरा गांव के ठेके का रिजर्व प्राइस 9.60 करोड़ रुपये रखा गया था लेकिन यह ठेका 11.65 करोड़ रुपये की सबसे ज्यादा बोली पर बिका। होटल पार्क व्यू में असिस्टेंट कमिशनर अनीषा श्रीवास्तव, दानिक्स कैडर के एसडीएम साऊथ नवीन, सिटको के चीफ जनरल मैनेजर हरजीत सिंह संधू, कलेक्टर एक्साइज सुमित सिहाग, असिस्टेंट एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिशनर आलोक पासी की मौजूदगी में यह नीलामी संपन्न हुई। पहले राऊंड की नीलामी के बाद दूसरे राऊंड की नीलामी 16 मार्च 2023 को करने की तैयारी है। विभाग पालिसी में अप्रूव किये प्रावधान लागू करने की तैयारी कर रहा है जिसमें नए लाइसेंस देने, लेबल अप्रूवल, परमिट देने, ऑनलाइन पास इत्यादि देने की प्रक्रिया जल्द की जाएगी। इससे ऑफिस में जाकर फिजिकली लाइसेंस लेने की प्रक्रिया पर रोक लगेगी जिससे बिजनेस करने में आसानी होगी। कहा जा रहा है कि बाकि बचे ठेकों के लिए प्रशासन को रिजर्व प्राइस कम रखना होगा अन्यथा व्यापारी नुकसान के डर से नीलामी की प्रक्रिया में हिस्सा लेने नहीं पहुंचेंगे। यहां बता दें कि प्रशासन ने 2023-24 की एक्साइज पॉलिसी को 4 मार्च 2023 को अप्रूवल दिया था।
9.55 करोड़ में बिका सेक्टर 61 का ठेका
सेक्टर 61 का ठेका 9.55 करोड़ रुपये में बिका। सेक्टर 48 का ठेका 8.95 करोड़ रुपये में बिका। मौजूदा वित्त वर्ष के लिए ठेकों से 830 करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा गया है। बता दें कि प्रशासन ने इस बार भी शहर के बॉर्डर एरिया में खुले ठेकों का रेट शहर के बीच बने ठेकों से ज्यादा रखा है। कहा जा रहा है कि इनके रिजर्व प्राइस घटाने पड़ेंगे तभी ये ठेके बिक पायेंगे।
धनास का ठेका नहीं बिक पाया
धनास की ठेकों का रिजर्व प्राइस काफी ज्यादा रखा गया था। पिछले वर्ष यह ठेका 11.55 करोड़ रुपए में बिका था। पंजाब के साथ सटा होने के चलते इस ठेके का बिजनेस काफी चलता है और पड़ौसी राज्य से भी यहां लोग शराब खरीदने आते हैं। चंडीगढ़ में शराब का रेट पंजाब के मुकाबले कम होने के चलते यहां पर ज्यादा भीड़ रहती है। हालांकि रिजर्व प्राइस ज्यादा होने के चलते यह ठेका नहीं बिका।
मौली जागरां ठेके का रिजर्व प्राइस 8.71 करोड़
पंचकूला बॉर्डर पर मौली जागरां में बना शराब का ठेका दूसरे नंबर पर है जहां सबसे ज्यादा कमाई होती है। इसका रिजर्व प्राइस 8.71 करोड़ रुपए रखा गया था। जानकारी के मुताबिक इस बार ठेकों का रिजर्व प्राइस ज्यादा होने की वजह से कई ठेकों के लिए ठेकेदारों ने बोली नहीं लगाई है। एक्साइज विभाग के मुताबिक बुधवार को जो ठेके बच गए, उनकी नीलामी वीरवार 16 मार्च को की जाएगी।
10 ठेके से ज्यादा नहीं ले सकते
कार्टेलाइजेशन और एकाधिकार प्रथाओं के खतरे को कम करने के लिए एक व्यक्ति/संस्था/कंपनी/फर्म संयुक्त रूप से अधिकतम 10 ठेके अलॉट करवा सकता है। नियमों में कहा गया था कि अगर कोई बोलीकर्ता 10 से ज्यादा ठेकों की सबसे ज्यादा बोली लगाता है तो भी वह सिर्फ 10 ही ठेकों के लिए योग्य होगा।
नर्सिंग होम की साइट की भी नीलामी
एस्टेट ऑफिस फ्री होल्ड बेसिस पर 4 नर्सिंग होम साइट की नीलामी भी कर रहा है। नीलामी में हिस्सा लेने के लिए प्रक्रिया बीते फरवरी से ही चल रही थी और 13 मार्च से बोली लगाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। चारों नर्सिंग होम साइट्स सेक्टर-33 सी में है। नीलामी साइट का रिजर्व प्राइस 18.25 करोड़ रुपए रखा गया है।
ठेका रिजर्व प्राइस नीलामी
सेक्टर 8 3,74,18,269 3,81,00007
सेक्टर 9 7,45,63,137 8,15,77,779
सेक्टर 16 3,55,91,746 4,27,11,111
सेक्टर 17 बी, सी 4,28,88,969 6,00,00,000
सेक्टर 19 सी 3,64,85,194 3,73,13,000
सेक्टर 20 मार्केट 2,45,73,969 2,66,57,801
सेक्टर 22 बी 5,43,37,401 5,51,00,000
सेक्टर 22 सी 3,60,00,135 3,85,01,036
सेक्टर 22 डी 5,38,93,691 5,39,11,111
सेक्टर 24 डी 4,45,34,347 4,55,00,003
सेक्टर 26
(बूथ मार्केट) 5,74,93,690 7,20,78,641
सेक्टर 26 4,77,67,328 5,03,01,855
सेक्टर 28 सी 4,21,43,464 4,31,99,999
सेक्टर 28 डी 3,05,87,352 3,55,25,000
सेक्टर 29 सी 2,52,31,,469 2,95,76,420
सेक्टर 31 मार्केट 3,91,32,819 3,91,32,913
सेक्टर 33 मार्केट 3,10,79,802 3,11,39,522
सेक्टर 34 सी मार्केट 3,46,36,469 3,51,31,313
सेक्टर 35 सी मार्केट 4,77,48,919 4,87,40,804
सेक्टर 41 4,76,97,461 4,77,11,125
पलसौरा 9,60,29,794 11.65,21,325
सेक्टर 42 मार्केट 6,08,53,694 6,08,61,325
अटावा 5,48,20,219 5,48,21,325
सेक्टर 44 सी 4,14,39,419 4,18,13,000
सेक्टर 45 सी 6,02,46,468 6,03,33,333
सेक्टर 46 3,09,36,219 3,46,02,513
सेक्टर 48 6,19,15,661 8,95,21,325
फेज 2 इंडस्ट्रियल
एरिया 7,21,90,913 7,59,99,999
रामदरबार 6,04,87,420 6,89,78,641
दरिया 6,55,57,019 7,95,21,325
सेक्टर 61 9,52,15,661 9,55,21,325